
Advanced Cardiac Institute Raipur: छत्तीसगढ़ में पहली बार, जहाँ बिना चीरे की हार्ट सर्जरी हुई सफल, जानें पूरी जानकारी
Advanced Cardiac Institute Raipur: आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में दिल की बीमारियां बढ़ती जा रही हैं। तनाव, असंतुलित खान-पान, धूम्रपान और शारीरिक सक्रियता की कमी दिल के रोगों को जन्म देती हैं। ऐसे हालात में जब सही दिल के इलाज और अनुभवी डॉक्टर की जरूरत होती है, तब रायपुर का पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (एसीआई) Advanced Cardiac Institute Raipur (ACI) मरीजों के लिए आशा का केंद्र बनकर सामने आता है।
हाल ही में ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व इम्प्लांट (टीएमवीआर) वॉल्व इन वॉल्व प्रक्रिया के जरिए एक 70 वर्षीय महिला मरीज की जिंदगी बचाई। इस प्रक्रिया के साथ एसीआई पूरे छत्तीसगढ़ राज्य में मरीज की छाती पर बिना किसी चीरे के माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट प्रक्रिया को पूरा करने वाला पहला और एकमात्र संस्थान बन गया।
Advanced Cardiac Institute Raipur का परिचय
रायपुर स्थित पंडित जवाहर लाल नेहरू स्मृति चिकित्सालय से संबद्ध डॉ. भीमराव अम्बेडकर स्मृति चिकित्सालय स्थित एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट (ACI) छत्तीसगढ़ का प्रमुख हृदय रोग उपचार केंद्र है। यहां विश्वस्तरीय तकनीक, अनुभवी डॉक्टर और आधुनिक मशीनों की मदद से हर प्रकार की हृदय संबंधी बीमारियों का इलाज किया जाता है।
संस्थान की शुरुआत और उद्देश्य
इस संस्थान की शुरुआत का मुख्य उद्देश्य था कि छत्तीसगढ़ और आसपास के राज्यों के मरीजों को दिल की सर्जरी और इलाज के लिए महानगरों में न जाना पड़े। ACI ने मरीजों को यहीं रायपुर में विश्वस्तरीय सुविधा उपलब्ध कराना शुरू किया।
यहां मिलने वाली प्रमुख सुविधाएं
- अत्याधुनिक कार्डियक ICU
- कैथ लैब (Cath Lab)
- कार्डियक रिहैबिलिटेशन सेंटर
- ब्लड बैंक और डायलिसिस सुविधा
- 24×7 फार्मेसी और डायग्नोस्टिक टेस्ट
डॉ. स्मित श्रीवास्तव और विशेषज्ञ डॉक्टरों की टीमने किया बड़ा कारनामा
ACI की सबसे बड़ी ताकत इसकी विशेषज्ञ टीम है। यहां देशभर से प्रशिक्षित कार्डियोलॉजिस्ट, कार्डियक सर्जन और एनेस्थेसियोलॉजिस्ट कार्यरत हैं। प्रमुख नामों में डॉ. स्मित श्रीवास्तव शामिल हैं, जिन्होंने हाल ही में नई तकनीक से बड़ा कारनामा किया है।
नई उपलब्धि: बिना चीरे का माइट्रल वाल्व प्रत्यारोपण
फरवरी 2024 में ACI ने एक ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की। यहां डॉ. स्मित श्रीवास्तव और उनकी टीम ने 70 वर्षीय महिला का सफलतापूर्वक ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व इम्प्लांट (TMVR) वाल्व-इन-वाल्व प्रक्रिया से इलाज किया। यह प्रक्रिया बिना किसी चीरे के पूरी की गई और ACI राज्य का पहला ऐसा संस्थान बना जिसने यह सफलता हासिल की।
एसीआई में कॉर्डियोलॉजी विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने कहा कि ‘‘बुजुर्ग मरीज को 10 साल पहले दिल का दौरा और वाल्व रोग के लिए कई ऑपरेशनों से गुजरना पड़ा था, जिसमें कोरोनरी बाईपास सर्जरी और माइट्रल वाल्व सर्जरी शामिल थी, जो पिछले दशक में खराब हो गई थी और अपने पीछे गंभीर रूप से लीक होने वाले माइट्रल वाल्व और बहुत कमजोर दिल को छोड़ गई थी। रोगी की बढ़ती उम्र और कमजोर दिल के अलावा, वह जानलेवा गंभीर अस्थमा से भी पीड़ित थी, जिसके कारण सांस लेने में कठिनाई और इम्यून थ्रोम्बोसाइटोपेनिक परप्यूरा (आईटीपी) नामक एक दुर्लभ ऑटोइम्युन रक्त विकार से पीड़ित थी। इस एक ऐसा प्रतिरक्षा प्रणाली विकार है जो रक्त को ठीक से जमने से रोककर रक्तस्राव में वृद्धि का कारण बनता है। ऐसे जटिल रोगी में दोबारा ओपन हार्ट सर्जरी असंभव थी, इसलिए डॉ. स्मित श्रीवास्तव ने कमजोर छाती की दीवार पर किसी भी चीरे से बचकर जोखिम को कम करने की कोशिश की।“
हृदय रोगों के लिए आधुनिक तकनीक
यहां AI आधारित डायग्नोसिस, रोबोटिक सर्जरी और 3D इमेजिंग जैसी तकनीकें उपयोग में लाई जाती हैं। इनसे सर्जरी आसान होती है और मरीज जल्दी स्वस्थ होता है।
इमरजेंसी सेवाएं और 24×7 सुविधा
दिल का दौरा किसी भी समय आ सकता है। इसलिए ACI में 24 घंटे इमरजेंसी और एंबुलेंस सेवाएं उपलब्ध रहती हैं।
सामान्य हृदय जांच और टेस्ट
- ECG
- ECHO
- TMT (ट्रेडमिल टेस्ट)
- Holter मॉनिटरिंग
- कार्डियक CT स्कैन
हार्ट सर्जरी की विशेषता
यहां ओपन हार्ट सर्जरी, मिनिमली इनवेसिव सर्जरी और वाल्व रिप्लेसमेंट जैसी सर्जरी नियमित रूप से की जाती हैं।
एंजियोप्लास्टी और एंजियोग्राफी
दिल की धमनियों में ब्लॉकेज की पहचान और इलाज के लिए यहां एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी की अत्याधुनिक सुविधा है।
बाईपास सर्जरी की सुविधा
ACI में कोरोनरी आर्टरी बाईपास सर्जरी विशेषज्ञ डॉक्टरों द्वारा की जाती है। यहां मरीज की उम्र और स्वास्थ्य स्थिति के अनुसार सर्वोत्तम तकनीक अपनाई जाती है।
बच्चों के हृदय रोगों का इलाज
यहां बच्चों के लिए अलग से पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी यूनिट है। जन्मजात हृदय रोग वाले बच्चों का सफल इलाज यहां संभव है।
अन्य स्वास्थ्य सेवाएं
यहां डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और स्ट्रोक जैसी बीमारियों का भी इलाज उपलब्ध है।
अस्पताल तक पहुंचने के आसान साधन
एडवांस कार्डियक इंस्टीट्यूट रायपुर शहर के केंद्र में है। एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन से इसकी दूरी कम है, जिससे पहुंचना आसान है।
जटिल केस और चुनौती
मरीज को पहले से कई गंभीर बीमारियां थीं:
- माइट्रल रेगर्गिटेशन
- पहले की बाईपास और वाल्व सर्जरी
- गंभीर अस्थमा
- ITP नामक दुर्लभ रक्त विकार
इन परिस्थितियों में ओपन हार्ट सर्जरी संभव नहीं थी। यही कारण था कि टीम ने TMVR तकनीक अपनाई।
प्रक्रिया कैसे की गई
- मरीज को बेहोश किया गया
- दाहिने जांघ की नस से कैथेटर हृदय तक पहुंचाया गया
- बैलून की मदद से जगह बनाई गई
- 26 मि.मी. का नया माइट्रल वाल्व पुराने वाल्व के भीतर प्रत्यारोपित किया गया
टीएमवीआर तकनीक क्यों खास है
TMVR (Transcatheter Mitral Valve Replacement) तकनीक उन मरीजों के लिए वरदान है जिन्हें पहले माइट्रल वाल्व सर्जरी हो चुकी है लेकिन उनका वाल्व अब फेल हो गया है। इसमें नया वाल्व पुराने वाल्व के भीतर लगाया जाता है और मरीज को दोबारा ओपन हार्ट सर्जरी की आवश्यकता नहीं पड़ती। टीएमवीआर वाल्व-इन-वाल्व थेरेपी क्या है?
डॉ. स्मित श्रीवास्तव के अनुसार, टीएमवीआर (ट्रांसकैथेटर माइट्रल वाल्व रिप्लेसमेंट) वाल्व-इन-वाल्व थेरेपी एक अत्याधुनिक प्रक्रिया है। यह उन रोगियों के लिए डिज़ाइन किया गया है जो पहले माइट्रल वाल्व सर्जरी करा चुके हैं लेकिन अब वाल्व विफलता अनुभव कर रहे हैं। किसी अन्य ओपन-हार्ट सर्जरी के बजाय, यह तकनीक कैथेटर के माध्यम से प्रत्यारोपित वाल्व के भीतर वाल्व प्रत्यारोपण की अनुमति देती है। प्रक्रिया में एक कैथेटर को पैर की नस के माध्यम से डाला जाता है और हृदय तक पहुंचा जाता है जहां नया वाल्व खराब हो चुके सर्जिकल वाल्व के भीतर रखा जाता है।
मरीज और परिवार का अनुभव
मरीज ने कहा, “डॉ. स्मित श्रीवास्तव और उनकी टीम ने मेरी जान बचाई। आज मैं फिर से सामान्य जीवन जी पा रही हूं।”
उनकी बहू दीप्ति ने बताया कि “ACI नई तकनीकों से जीवन बचा रहा है, खासकर उन मरीजों के लिए जिनका इलाज जोखिम भरा होता है।”
सरकार और समाज की प्रतिक्रिया
इस उपलब्धि पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय और स्वास्थ्य मंत्री श्याम बिहारी जायसवाल ने टीम को बधाई दी। यह न केवल अस्पताल बल्कि पूरे छत्तीसगढ़ के लिए गौरव की बात है।
निष्कर्ष और सुझाव
Advanced Cardiac Institute Raipur ने अपनी उत्कृष्ट सेवाओं और नई तकनीकों से दिल के इलाज के क्षेत्र में बड़ी पहचान बनाई है। अगर आप या आपके परिवार में कोई दिल की बीमारी से जूझ रहा है, तो ACI निश्चित रूप से भरोसेमंद विकल्प है।
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FAQs
1. Advanced Cardiac Institute Raipur कहां स्थित है?
यह रायपुर, छत्तीसगढ़ में स्थित है और शहर के प्रमुख स्थानों से आसानी से पहुंचा जा सकता है।
2. क्या यहां 24 घंटे इमरजेंसी सुविधा मिलती है?
हां, यहां 24×7 एंबुलेंस और इमरजेंसी सेवाएं उपलब्ध हैं।
3. क्या यहां बच्चों का हृदय रोग भी इलाज होता है?
हां, यहां पीडियाट्रिक कार्डियोलॉजी यूनिट है।
4. TMVR प्रक्रिया क्यों खास है?
क्योंकि इसमें बिना चीरे के नया माइट्रल वाल्व पुराने वाल्व के भीतर लगाया जाता है, जिससे मरीज को दोबारा बड़ी सर्जरी नहीं करनी पड़ती।