Prem Mandir of Raipur: जहां पूजा से ज्यादा होती हैं लव मैरिज, वैलेंटाइन डे पर सबसे ज्यादा रहती है भीड़| Arya Samaj Temple Raipur

रायपुर शहर में एक ऐसा मंदिर है, जो धार्मिक अनुष्ठान से ज्यादा प्रेम विवाह कराने के लिए जाना जाता है. यहां हर साल हजारों जोड़े अपने रिश्ते को नाम देते हैं

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Prem Mandir of Raipur: रायपुर शहर में बैजनाथ पारा का एक कोना ऐसा भी है, जहां मंदिर में कदम रखते ही अलग ही माहौल महसूस होता है. यहां न सिर्फ पूजा की थालियां नजर आती हैं बल्कि हाथों में गुलदस्ते और दस्तावेज लिए कई जोड़े भी दिख जाते हैं. चेहरे पर हल्की घबराहट और आंखों में चमक लिए ये जोड़े मंदिर की घंटियों से ज्यादा विवाह के मंत्र सुनने पहुंचे होते हैं. यही है प्रेम मंदिर, जहां हर साल सैकड़ों रिश्ते बंधते हैं और जहां वैलेंटाइन डे पर सबसे ज्यादा भीड़ उमड़ती है. दिलचस्प बात यह है कि इस मंदिर की नींव स्वतंत्रता सेनानी लाला लाजपत राय ने रखी थी.

Arya Samaj Temple Raipur: रायपुर के बैजनाथ पारा इलाके में स्थित आर्य समाज मंदिर को लोग प्रेम मंदिर के नाम से जानते हैं. यहां रोज पूजा-पाठ तो होता है, लेकिन इसकी असली पहचान प्रेमी जोड़ों की शादियां हैं. बताया जाता है कि हर साल करीब 1700 से अधिक विवाह इसी मंदिर में संपन्न होते हैं.

वैलेंटाइन डे पर तो यह जगह खास दृश्य बन जाती है. उस दिन बड़ी संख्या में प्रेमी जोड़े मंदिर पहुंचते हैं और अपने रिश्ते को विवाह में बदलते हैं.

इस मंदिर में विवाह पूरी परंपरा और रीति-रिवाज से कराए जाते हैं. कन्यादान, मंगलसूत्र, सिंदूर से लेकर सात वचन तक सब कुछ विधि विधान से पूरा होता है. शादी कराने का शुल्क करीब 5500 रुपये रखा गया है, जिसमें विवाह की सारी रस्में और जरूरी व्यवस्थाएं शामिल होती हैं.

विवाह के बाद वर-वधू को प्रमाणपत्र भी दिया जाता है, जो कानूनी तौर पर मान्य होता है. यही कारण है कि कई प्रेमी जोड़े, जिन्हें परिवार या समाज से स्वीकार्यता नहीं मिलती, यहां आकर अपना घर बसाने का फैसला करते हैं.

मंदिर प्रशासन बताता है कि शादी से पहले लड़के और लड़की की उम्र की जांच की जाती है. विवाह के लिए लड़की की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और लड़के की 21 वर्ष तय है. इसके लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड या शैक्षणिक प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज मांगे जाते हैं.

इसके अलावा विवाह कराने के लिए तीन गवाहों की मौजूदगी अनिवार्य होती है. इन शर्तों के पूरा होने के बाद ही शादी कराई जाती है.

14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे के मौके पर प्रेम मंदिर का नजारा बिल्कुल अलग होता है. पूरे परिसर में सिर्फ प्रेमी जोड़ों की हलचल दिखती है. उस दिन यहां कई जोड़े एक साथ शादी के बंधन में बंधते हैं.

इस तरह यह मंदिर केवल धार्मिक स्थल ही नहीं, बल्कि उन युवाओं के लिए उम्मीद की जगह है, जो अपने रिश्ते को समाज की स्वीकृति दिलाने के लिए संघर्ष कर रहे होते हैं.

प्रश्न 1: प्रेम मंदिर कहां स्थित है?
उत्तर: प्रेम मंदिर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर के बैजनाथ पारा इलाके में स्थित है. इसे आर्य समाज मंदिर के नाम से भी जाना जाता है.

प्रश्न 2: इस मंदिर में शादी कैसे होती है?
उत्तर: यहां शादी पूरी परंपरा और विधि-विधान से कराई जाती है. कन्यादान, सिंदूर, मंगलसूत्र और सात फेरे जैसी सभी रस्में निभाई जाती हैं.

प्रश्न 3: विवाह के लिए क्या शुल्क लिया जाता है?
उत्तर: प्रेम मंदिर में विवाह का शुल्क लगभग 5500 रुपये है, जिसमें शादी की सभी रस्में और आवश्यक इंतजाम शामिल होते हैं.

प्रश्न 4: शादी के लिए क्या शर्तें हैं?
उत्तर: विवाह के लिए लड़की की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष और लड़के की 21 वर्ष तय है. इसके प्रमाण के लिए आधार कार्ड, पैन कार्ड या शैक्षणिक प्रमाणपत्र जैसे दस्तावेज जरूरी होते हैं.

प्रश्न 5: क्या विवाह का कानूनी प्रमाण मिलता है?
उत्तर: हां, विवाह संपन्न होने के बाद वर-वधू को विवाह प्रमाणपत्र दिया जाता है, जो कानूनी रूप से मान्य होता है.

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