May 17, 2025
  • कांकेर के लाल ने रचा इतिहास: अखिल सेन की प्रेरणादायक सफलता की कहानी
  • अखबार बांटकर की पढ़ाई, अखिल ने 12वीं में प्रदेश में किया टॉप

छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा घोषित 10वीं और 12वीं बोर्ड परीक्षा के नतीजों ने कांकेर जिले को गर्व का मौका दिया है। पहली बार ऐसा हुआ है जब दोनों बोर्ड परीक्षाओं में कांकेर के छात्रों ने प्रदेश में प्रथम स्थान प्राप्त कर इतिहास रच दिया है। खासतौर पर 12वीं कॉमर्स में टॉप करने वाले अखिल सेन की कहानी हर छात्र के लिए एक प्रेरणा है।

ईमानदारी और मेहनत से हासिल की गई सफलता

कहते हैं, अगर आप ईमानदारी से मेहनत करते हैं तो आप अपने मनचाहे परिणाम जरूर हासिल करते हैं। छत्तीसगढ़ के कांकेर जिले के अखिल सेन ने इस बात को सच कर दिखाया है। अखबार बांटने वाले इस होनहार छात्र ने 12वीं बोर्ड परीक्षा में पूरे प्रदेश में पहला स्थान प्राप्त कर सबको चौंका दिया है। इससे पहले भी वे 10वीं बोर्ड में आठवां स्थान हासिल कर चुके हैं।

साधारण परिवार से निकलकर असाधारण उपलब्धि

अखिल एक बेहद साधारण परिवार से आते हैं। उनके पिता कांकेर जिले के धनेलीकन्हार गांव में एक छोटी सी किराने की दुकान चलाते हैं। आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं थी, लेकिन अखिल ने कभी भी हालात को अपने सपनों की राह में बाधा नहीं बनने दिया।

घर की जरूरतों को पूरा करने के लिए वे हर दिन सुबह अखबार बांटते थे, और खास बात यह रही कि उन्होंने यह काम परीक्षा के समय भी नहीं छोड़ा

ठान लिया था – टॉप करना है

दसवीं कक्षा में आठवां स्थान हासिल करने के बाद ही अखिल ने ठान लिया था कि वे बारहवीं में टॉप करेंगे। इसके लिए उन्होंने एक सुव्यवस्थित योजना बनाई, कॉमर्स विषय चुना और हर दिन 7 से 8 घंटे पढ़ाई की। कठिन परिश्रम और समर्पण ने उन्हें वो मुकाम दिलाया जिसकी उन्होंने कल्पना की थी।

जब टीवी पर नाम आया, छलक उठी खुशियां

रिजल्ट के दिन अखिल का पूरा परिवार टीवी के सामने बैठा था। जैसे ही अखिल का नाम प्रदेश टॉपर के रूप में आया, घर में जश्न का माहौल बन गया। उनकी मां सेवती सेन ने कहा, “हमें अपने बेटे पर गर्व है। वह बचपन से ही पढ़ाई में अव्वल रहा है और उसकी मेहनत ने ही उसे यहां तक पहुंचाया है।”

लक्ष्य – चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना

अखिल का अगला सपना है CA (चार्टर्ड अकाउंटेंट) बनना। वे कहते हैं, “मैं अपना सपना पूरा करने के लिए जी-जान से मेहनत करता रहूंगा।”

हर छात्र के लिए एक मिसाल

अखिल सेन की यह कहानी बताती है कि सपनों की कोई सीमा नहीं होती। अगर दिल में जिद हो और मेहनत सच्ची हो, तो कोई भी मंज़िल दूर नहीं। उनका सफर उन सभी छात्रों के लिए एक प्रेरणा है जो कठिनाइयों से जूझते हुए सफलता की राह पर बढ़ना चाहते हैं।

क्या आप भी किसी कठिनाई से जूझते हुए अपना सपना पूरा करने की सोच रहे हैं? अखिल की तरह मेहनत कीजिए — सफलता ज़रूर मिलेगी।

Also Read: छत्तीसगढ़ के ये 97 खिलाड़ी सम्मानित हुए राज्य खेल अलंकरण सम्मान से, देखिए लिस्ट

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *